खबरी न्यूज जौनपुर
गोरखपुर:- के कैण्ट थानाक्षेत्र के दीवानी न्यायालय परिसर में दोपहर 1:45 बजे के करीब बिहार का रहने वाला दिलशाद हुसैन तारीख पर आया था। गोरखपुर के बड़हलगंज थाने में वो पास्को का आरोपी है। जब दिलशाद तारीख पर मुख्य गेट से अंदर घुसा, तो पुलिस ने उसे दूसरे गेट से अंदर जाने से रोक दिया। अभी वो पार्किंग के पास से दूसरे गेट पर जाने के लिए बढ़ा था। दूसरे गेट से दस कदम पहले ही तीन बदमाशों ने उसे गोली मार दी। गोली उसके सिर, कमर और पैर में लगी और दिलशाद हुसैन वहीं ढेर हो गया। दिनदहाड़े हुई इस वारदात के बाद पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंच गए।
आरोपी ने मौके पर ही तोड़ा दम
कैंट पुलिस ने बताया कि शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे दिलशाद हुसैन नामक व्यक्ति अपने वकील शंकर शरण शुक्ला के बुलावे पर सुनवाई के लिए अदालत पहुंचा था। वो कोर्ट के गेट पर खड़ा था तभी पीड़ित लड़की के पिता भागवत निषाद ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से दिलशाद के सिर में गोली मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने सेवानिवृत्त सिपाही भागवत निषाद को हिरासत में लिया है, लेकिन अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है।
वकील भी सुरक्षा को लेकर घबराए
गोरखपुर दीवानी न्यायालय परिसर में दिनदहाड़े हुई इस घटना के बाद से वकीलों में गुस्सा है। वे अपनी सुरक्षा को लेकर घबराए हुए हैं। उनका कहना है कि यहां वकीलों की भी जान को खतरा है। पुलिस-प्रशासन की लापरवाही की वजह से ये वारदात हुई है। किसी भी तरह की बड़ी घटना वकीलों के साथ घट सकती है। वे इस तरह की घटना पर विरोध जताते हैं।
पंक्चर की दुकान चलाता था दिलशाद
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन टाडा ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है, और रिपोर्ट आने के बाद मामला दर्ज किया जाएगा। मृतक दिलशाद हुसैन गोरखपुर के बढलगंज के पटनाघाट तिराहा स्थित बीएसएफ के सेवानिवृत्त जवान भागवत निषाद के घर के सामने पंक्चर की दुकान चलाता था। 12 फरवरी 2020 को दिलशाद ने उनकी नाबालिग बेटी का अपहरण कर लिया था और इसके बाद 17 फरवरी को भागवत ने बलात्कार का मामला दर्ज करवाया था।

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